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Toggleराहुकाल हिंदू ज्योतिष शास्त्र में एक ऐसा समय होता है जिसे शुभ कार्यों के लिए अशुभ और अवांछनीय माना जाता है। हर दिन यह समय सूर्योदय के आधार पर अलग-अलग होता है और ज्योतिषियों द्वारा इसे दिनभर के लिए विशेष रूप से ध्यान में रखा जाता है। 12 अक्टूबर 2024 के लिए राहुकाल की सही जानकारी प्राप्त करके आप अपने कार्यों को बेहतर तरीके से योजना बना सकते हैं।
आज का राहुकाल (12 अक्टूबर 2024)
- दिन: शनिवार
- राहुकाल का समय: सुबह 09:00 बजे से 10:30 बजे तक (स्थानीय समयानुसार)
- कुल अवधि: 1 घंटे 30 मिनट
इस दौरान किसी भी शुभ कार्य, जैसे कि नया व्यवसाय शुरू करना, भूमि पूजन, गृह प्रवेश, सगाई या विवाह जैसी महत्वपूर्ण रस्में, यात्रा आरंभ करना या कोई बड़ा निवेश करने से बचना चाहिए।
राहुकाल का महत्व और इसके दौरान बचने योग्य कार्य
राहुकाल का समय राहु ग्रह के प्रभाव से संबंधित होता है। यह समय मुख्य रूप से बाधाओं और नकारात्मक ऊर्जा से भरा माना जाता है। राहु, ज्योतिष में एक छायाग्रह के रूप में जाना जाता है, जिसका प्रभाव कई बार अनिश्चितता, भ्रम और रुकावटों से जुड़ा होता है। यही कारण है कि इस समय के दौरान किसी भी शुभ कार्य को करने से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
राहुकाल के दौरान बचने योग्य कार्य:
- शुभ कार्यों की शुरुआत: विवाह, सगाई, गृह प्रवेश, भूमि पूजन, या नए व्यवसाय की शुरुआत राहुकाल में नहीं करनी चाहिए।
- महत्वपूर्ण निवेश: राहुकाल के दौरान किया गया निवेश विफल हो सकता है या नुकसान का कारण बन सकता है।
- यात्रा: इस समय यात्रा आरंभ करने से दुर्घटनाओं या अनचाही परेशानियों की संभावना हो सकती है।
- महत्वपूर्ण निर्णय: किसी भी महत्वपूर्ण व्यवसायिक या व्यक्तिगत निर्णय को राहुकाल के बाद लेने की सलाह दी जाती है।
राहुकाल से बचने के उपाय
यदि किसी कारणवश आपको राहुकाल के दौरान कोई कार्य करना ही पड़े, तो ज्योतिष में इसके प्रभाव को कम करने के कुछ उपाय बताए गए हैं:
- मंत्र जप: राहुकाल के प्रभाव को कम करने के लिए भगवान गणेश या भगवान शिव के मंत्रों का जाप किया जा सकता है। खासकर, “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप शुभ माना जाता है।
- भगवान की पूजा: घर में सुबह पूजा-अर्चना करके राहुकाल के नकारात्मक प्रभाव से बचने का प्रयास किया जा सकता है।
- गौरी-गणेश का पूजन: किसी भी नए कार्य की शुरुआत करने से पहले गौरी-गणेश का पूजन करें।
- शुभ मुहूर्त का चयन: यदि राहुकाल के समय आपको कोई आवश्यक कार्य करना है, तो कोशिश करें कि उसी दिन का कोई शुभ मुहूर्त या समय का चयन करें, ताकि उसका सकारात्मक प्रभाव कार्य पर पड़ सके।
राहुकाल की गणना कैसे की जाती है?
राहुकाल हर दिन अलग-अलग समय पर होता है क्योंकि इसकी गणना सूर्योदय के समय के आधार पर की जाती है। पूरे दिन को 8 भागों में बांटा जाता है और हर दिन का राहुकाल उसी के अनुसार निर्धारित होता है।
- सोमवार: सुबह 7:30 से 9:00 बजे तक
- मंगलवार: दोपहर 3:00 से 4:30 बजे तक
- बुधवार: दोपहर 12:00 से 1:30 बजे तक
- गुरुवार: दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक
- शुक्रवार: सुबह 10:30 से 12:00 बजे तक
- शनिवार: सुबह 9:00 से 10:30 बजे तक
- रविवार: शाम 4:30 से 6:00 बजे तक
राहुकाल का समय हर दिन और स्थान के हिसाब से अलग होता है। इसलिए अपने स्थान के अनुसार इसे स्थानीय पंचांग या ज्योतिषी की सलाह से जानना अधिक सटीक होता है।
आज के दिन के अन्य शुभ समय
राहुकाल के अलावा, आज के दिन के लिए शुभ मुहूर्त भी महत्वपूर्ण है। शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए राहुकाल से पहले या बाद में उपलब्ध शुभ मुहूर्त का उपयोग करें। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, आज का अभिजीत मुहूर्त (दिन का सबसे शुभ समय) इस प्रकार है:
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:45 बजे से 12:30 बजे तक
इस समय में आप कोई भी महत्वपूर्ण कार्य, पूजा, या नया कार्य आरंभ कर
आज के राहुकाल का ध्यान रखें
राहुकाल एक ऐसा समय है जिसे शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। 12 अक्टूबर 2024 का राहुकाल सुबह 9:00 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा। यदि आप इस समय के दौरान किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की योजना बना रहे हैं, तो इसे टालना ही बेहतर होगा। राहुकाल के बाद, आप बिना किसी बाधा के अपने कार्यों को सफलतापूर्वक संपन्न कर सकते हैं।