रामायण की कहानी, सुंदरकाण्ड भाग 5 | ramayan ki kahani.

 

रामायण की कहानी, सुंदरकाण्ड भाग 5: नमस्कार दोस्तो कल हमने रामायण भाग 4 किष्किंधाकाण्ड की सभी जानकारी प्रधान करी | किष्किंधाकाण्ड मे प्रभु श्रीराम ने बाली का वध करके किष्किंधा नगरी का राजपाठ महाराज सुग्रीव को दिया |

उसके बाद हनुमान माता सीता की खोज के लिये निकलते है | आज हम रामायण भाग 5 सुंदरकाण्ड की सभी जानकारी आपको देंगे |

रामायण की कहानी, सुंदरकाण्ड भाग 5 | ramayan ki kahani.
रामायण की कहानी, सुंदरकाण्ड भाग 5 | ramayan ki kahani.

सुंदरकाण्ड – 

महाबली हनुमान छोटे मक्खी का रूप धारण करके लंका मे प्रवेश किया | और हनुमान जी को लंका मे कोई व्यक्ति श्री राम जी का जप कर रहा था | तभी हनुमान जी ने ब्राम्हण का रूप धारण करके उस व्यक्ति को आवाज दिया और महल से ओ व्यक्ति बाहर आयी |

हनुमान जी ने उस व्यक्ति को सवाल किया हे मित्र आप कोण हो? और आपका नाम क्या है? और मित्र आप मेरे प्रभु श्रीराम का जप कर रहे हो तो आप मेरे प्रभु श्रीराम को गुरु मानते हो?

 

हनुमान और बीबीषण की मित्रता – 

हनुमान जी के प्रश्न के बाद उस व्यक्ति ने उत्तर दिया की हे ब्राम्हण जी मे लंकापति दशानन का भाई हु | और मेरा नाम बीबीषण है | तभी हनुमान जी ने पुनश्य प्रश्न किया की महाराज आप लंकापति रावण के भाई है तो आप मेरे प्रभु श्रीराम का जप क्यू कर रहे थे |

तभी लंकापति दशानन रावण के भाई बीबीषण ने उत्तर दिया की हे ब्राम्हण जी प्रभु श्रीराम मेरे भी प्रभु है | और मे उनको अपना गुरु मानता हु |

तभी ब्राम्हण रूप धारण किये महाबली हनुमान जी ने अपना हनुमान अवतार बीबीषण जी को दिखाया | बीबीषण जी आचर्यचकित हो गये | हनुमान जी ने बीबीषण को सारी बात बताइ महाराज मे प्रभु श्रीराम का भक्त हनुमान हु और मे लंका मे प्रभु श्रीराम की धर्म पत्नी माता सीता खोज के कारण आया हु |

आप लंकापति रावण के भाई है तो आपको मेरी गुरु माता के बारेमे पता होगा की गुरुमाता को कहा रखा है | हनुमान के प्रश्न से बीबीषण जी ने उत्तर दिया की प्रभु श्रीराम की धर्म पत्नी सीता को अशोक वाटिका मे रखा है | और अशोक वाटिका मे माता सीता के साथ अनेक राक्षसी भी मौजुद है |

रावण ने माता सीता को डराने के लिये तीजटा नामक राक्षसी को रखा था | मगर ओ राक्षसी माता सीता को सह कार्य करती थी और दुसरी राक्षसी को भी सीता को डराने नही देती थी |

बीबिषण की बात सुनकर हनुमान जी माता सीता को मिलने लंका मे स्थित अशोक वाटिका मे पोहच गये | अशोक वाटिका मे जाने के बाद हनुमान जी ने सीता को प्रभु श्रीराम जी की अंगूठी दिखाई और प्रभु श्रीराम का वर्णन किया और बोले हे माता मेरा नाम हनुमान है |

और मे प्रभु श्रीराम का सेवक हु मे प्रभु श्रीराम के आज्ञा से आपको मिलने आया हु | प्रभु ठीक है सदा आपके विचारो मे खोये रेहते है | तभी माता सीता ने हनुमान को राम और लक्ष्मण के हालचाल पूछे |

और हनुमान जी ने माता सीता से अपने कंगन मांगे सीता जी ने प्रभु श्रीराम के लिये अपने कंगन उतारकर महाबली हनुमान के हाथो दे दिये |

 

हनुमान जी के हाथो लंका दहन – 

और महाबली हनुमान प्रभु श्रीराम के पास लौट जाने के लिये प्रस्थान कर रहे थे | तभी उनको भूख लगी और ओ लंका के जंगल मे कंदमूल ढूंढने लगे | लेकिन उनको कंदमूल न मिलने पर ओ जंगल मे आतंक मचाने लगे | तभी रावण की सेना ने हनुमान पर वार किये और हनुमान ने रावण की सेना को युद्ध मे हराया |

ये बात जैसे ही रावण को पता चली रावण ने हनुमान को मारने के लिये अपने पुत्र अक्षय कुमार को भेजा लेकिन महाबली हनुमान की समक्ष अक्षय कुमार की कुछ ना चली |

अक्षय कुमार भी युद्ध मे हार गये और हनुमान जी को रावण के पास ले जाया गया | रावण ने अपने सेनानी को महाबली हनुमान को मृत्यू दंड का आदेश दिया इसी समय वहा बीबीषण जी आ गये और उन्होंने बताता की ये गलत है हम किसीको मृत्यू दंड नही दे सकते हम हनुमान को दंड देंगे |

तभी एक सैनिक ने रावण को बताता इस बंदर ओ अपनी पुछ बोहोत प्यारी है | हम उसकी पुछ को तेल से अग्नि लगा देते है | रावण ने हनुमान की पुछ को अग्नि लगा दि और हनुमान ने उस अग्नि से सारी लंका जला दिया | और समुद्र मे जाकर अपनी पुछ को बुझ दिया |

और समुद्र मार्ग लौटकर प्रभु श्रीराम जी के पास गये और उनको सभी हकीकत बता दि | माता सीता ने दिये कंगन हनुमान जी ने श्री राम को दिखाये माता सीता के कंगन देखकर श्री राम के आखो से अश्रु आ गये |

श्री राम और लक्ष्मण दोनों भाई समुद्र के पार लंका जाने की योजना बनाने मे लगते है | राम के साथ साथ पूरी वानर सेना, महाबली हनुमान, जामवंत, महाराज सुग्रीव, अंगद भी साथ होते है |

आज हमने रामायण का सुंदरकाण्ड की सभी जानकारी आपको दिये कल हम आपको रामायण भाग 6 लंका काण्ड की सभी जानकारी आपको देंगे | रामायण से जुड़ी सम्पुर्ण जानकारी हमने हमारी वेबसाइट पर डाली हुई है आप हमारी वेबसाइट के सभी आर्टिकल को जरूर पढे और सभी राम भक्तो को जरूर शेअर करिये |

 

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