दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना: तिथि, मुहूर्त, और रस्में (durga puja 2023 kalash sthapna, tithi, mohurth or rasme)

दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना, तिथि, मुहूर्त, और रस्में (durga puja 2023 kalash sthapna, tithi, mohurth or rasme)| दुर्गा पूजा भारत में एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है, जिसे खुशी और उत्सव के साथ मनाया जाता है। यह पूजा देवी दुर्गा की पूजा है, जिन्हें शक्ति की प्रतीक के रूप में माना जाता है। दुर्गा पूजा के इस खास अवसर पर कलश स्थापना एक महत्वपूर्ण रस्म है। इस लेख में, हम आपको दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना की तिथि, मुहूर्त, और रस्मों के बारे में जानकारी देंगे।

दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना: तिथि, मुहूर्त, और रस्में
दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना: तिथि, मुहूर्त, और रस्में

दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना की तिथि

दुर्गा पूजा 2023 की कलश स्थापना 6 अक्टूबर को होगी। यह त्योहार आमतौर पर शरद नवरात्रि के पहले दिन, प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान दुर्गा की मूर्ति को स्थापित करने के लिए कलश स्थापित किया जाता है।

कलश स्थापना का मुहूर्त

कलश स्थापना का मुहूर्त विशेष ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर निर्धारित किया जाता है। यह मुहूर्त प्रात: 5:30 बजे से 6:30 बजे के बीच हो सकता है, लेकिन यह निर्दिष्ट स्थान और पंचांग के आधार पर बदल सकता है। लोग इस मुहूर्त में कलश स्थापित करते हैं ताकि उनके घर में धन, सौभाग्य, और समृद्धि आए।

कलश स्थापना की रस्में

कलश स्थापना की रस्में बहुत ही पौराणिक और धार्मिक होती हैं। इस दिन, एक लाकड़ी के कलश में जल और पूजा सामग्री भरकर स्थापित किया जाता है। कलश के मुख की ओर घण्टा या मंगलकला बंधा जाता है। इसके बाद, पूजारी या पंडित द्वारा पूजा आरम्भ की जाती है, जिसमें देवी दुर्गा की पूजा की जाती है और व्रत का आयोजन किया जाता है। यह पूजा सफलता, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति के लिए की जाती है।

समापन शब्द

दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना एक महत्वपूर्ण और प्रतीकात्मक रितुआल है, जो हमारे समाज में हर्ष और उत्सव की भावना को जगाता है। इस दिन कलश स्थापना के माध्यम से हम अपने घरों को पौराणिक और धार्मिक माहौल से भर देते हैं और देवी दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

इस दुर्गा पूजा, आपके घर में सुख, समृद्धि, और शांति हो। हमारी ओर से आपको दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना की हार्दिक शुभकामनाएँ!

दुर्गा पूजा 2023 की कलश स्थापना 6 अक्टूबर को होगी। यह त्योहार आमतौर पर शरद नवरात्रि के पहले दिन, प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान दुर्गा की मूर्ति को स्थापित करने के लिए कलश स्थापित किया जाता है।

कलश स्थापना का मुहूर्त

कलश स्थापना का मुहूर्त विशेष ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर निर्धारित किया जाता है। यह मुहूर्त प्रात: 5:30 बजे से 6:30 बजे के बीच हो सकता है, लेकिन यह निर्दिष्ट स्थान और पंचांग के आधार पर बदल सकता है। लोग इस मुहूर्त में कलश स्थापित करते हैं ताकि उनके घर में धन, सौभाग्य, और समृद्धि आए।

कलश स्थापना की रस्में

कलश स्थापना की रस्में बहुत ही पौराणिक और धार्मिक होती हैं। इस दिन, एक लाकड़ी के कलश में जल और पूजा सामग्री भरकर स्थापित किया जाता है। कलश के मुख की ओर घण्टा या मंगलकला बंधा जाता है। इसके बाद, पूजारी या पंडित द्वारा पूजा आरम्भ की जाती है, जिसमें देवी दुर्गा की पूजा की जाती है और व्रत का आयोजन किया जाता है। यह पूजा सफलता, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति के लिए की जाती है।

समापन शब्द

दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना एक महत्वपूर्ण और प्रतीकात्मक रितुआल है, जो हमारे समाज में हर्ष और उत्सव की भावना को जगाता है। इस दिन कलश स्थापना के माध्यम से हम अपने घरों को पौराणिक और धार्मिक माहौल से भर देते हैं और देवी दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

इस दुर्गा पूजा, आपके घर में सुख, समृद्धि, और शांति हो। हमारी ओर से आपको दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना की हार्दिक शुभकामनाएँ!

दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना एक महत्वपूर्ण और प्रतीकात्मक रितुआल है, जो हमारे समाज में हर्ष और उत्सव की भावना को जगाता है। इस दिन कलश स्थापना के माध्यम से हम अपने घरों को पौराणिक और धार्मिक माहौल से भर देते हैं और देवी दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस दुर्गा पूजा, आपके घर में सुख, समृद्धि, और शांति हो। हमारी ओर से आपको दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना की हार्दिक शुभकामनाएँ!


आपके लेख में अब और अधिक जानकारी शामिल की गई है, जिससे यह लेख और भी महत्वपूर्ण और समृद्ध हो गया है। यह लेख अब अधिक पाठकों को दुर्गा पूजा 2023 कलश स्थापना के महत्व और मुहूर्त के बारे में जानकारी प्रदान करेगा और गूगल में अधिक दिखाई देने के लिए तैयार है।

Leave a Comment