काल भैरव बीज मंत्र: महत्व, विधि और लाभ

काल भैरव बीज मंत्र

लेखक: बिस्वजीत काल भैरव बीज मंत्र इस लेख में हम काल भैरव के बीज मंत्र, उनकी साधना विधि, और इसके लाभों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। काल भैरव हिंदू धर्म के एक प्रमुख देवता हैं, जिन्हें भगवान शिव का रौद्र रूप माना जाता है। इन्हें समय के संरक्षक और न्याय के दाता के … Read more

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संतोषी माता की पूजा विधि: संपूर्ण जानकारी और लाभ

santoshi mata

लेखक: बिस्वजीत संतोषी माता की पूजा विधि इस लेख में हम संतोषी माता की पूजा विधि, व्रत कथा, नियम और इस पूजा से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। संतोषी माता, जिनका नाम ही संतोष और शांति का प्रतीक है, भारतीय धर्म और संस्कृति में विशेष स्थान रखती हैं। इनकी पूजा से … Read more

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काल भैरव जयंती 2024: तिथि, समय, पूजा विधि और महत्व

काल भैरव जयंती 2024

काल भैरव जयंती का महत्व काल भैरव जयंती हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसे भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इसे अत्यधिक पवित्र और शुभ माना जाता है, खासकर शैव भक्तों के लिए। काल भैरव जयंती 2024 की तिथि और समय तिथि: काल भैरव … Read more

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चार धाम यात्रा का महत्व: पवित्र यात्रा की अद्भुत कहानी और परंपरा

चार धाम यात्रा का महत्व

भारत अपनी विविध सांस्कृतिक परंपराओं और आध्यात्मिक धरोहरों के लिए जाना जाता है। इन परंपराओं में सबसे महत्वपूर्ण है चार धाम यात्रा। यह यात्रा हिंदू धर्म में मोक्ष प्राप्ति का मार्ग मानी जाती है। भारत के चार प्रमुख तीर्थ स्थलों – बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम – को मिलाकर बनाई गई यह यात्रा धर्म, … Read more

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जगन्नाथ पुरी का रहस्य: अद्भुत घटनाएँ और पवित्र धाम की अनसुलझी गाथाएँ

जगन्नाथ पुरी

जगन्नाथ पुरी का रहस्य: जगन्नाथ पुरी, ओडिशा राज्य में स्थित, भारत के चार धामों में से एक है। इसे हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र स्थान माना जाता है। भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के निवास के रूप में प्रसिद्ध यह मंदिर न केवल अपनी धार्मिक महत्ता के लिए जाना जाता है, बल्कि … Read more

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जगन्नाथ पुरी की कथा: रहस्यमय इतिहास और पवित्र परंपराएँ

जगन्नाथ पुरी

जगन्नाथ पुरी की कथा: जगन्नाथ पुरी, जिसे ओडिशा राज्य में स्थित “पुरी” के नाम से भी जाना जाता है, भारत के चार प्रमुख धामों में से एक है। यह स्थान न केवल अपनी धार्मिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसकी अनूठी परंपराएँ और रहस्यमय कथाएँ इसे और भी विशेष बनाती हैं। भगवान जगन्नाथ, उनके … Read more

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उत्पन्ना एकादशी का महत्व क्यों है?

उत्पन्ना एकादशी का महत्व

उत्पन्ना एकादशी, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत और पर्व है, जो आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत पूजनीय माना जाता है। यह एकादशी मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष में आती है और भगवान विष्णु की आराधना के लिए समर्पित होती है। इस व्रत को करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं, बल्कि … Read more

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कार्तिक स्नान कब से शुरू है 2024 में?

karthik sanan 2024

कार्तिक मास का महत्त्व कार्तिक मास का हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्त्व है। इस महीने को पुण्य का महीना माना जाता है और इसे धर्म, साधना और भक्ति का महीना कहा जाता है। इस दौरान किए गए स्नान, दान और पूजा से भगवान विष्णु और भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। कार्तिक मास … Read more

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छठ पूजा की शुरुआत कैसे हुई: धार्मिक, पौराणिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

छठ पूजा की शुरुआत कैसे हुई

छठ पूजा भारत का एक अत्यंत प्राचीन और पवित्र पर्व है, जो विशेष रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाया जाता है। यह पर्व सूर्य भगवान और छठी मैया की आराधना के लिए समर्पित होता है। छठ पूजा की सबसे खास बात यह है कि यह पर्व अन्य त्योहारों … Read more

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लक्ष्मी पूजा के मंत्र (lakshmi puja ke mantra): संपत्ति और समृद्धि के लिए शक्तिशाली मंत्र

lakshmi puja ke mantra

lakshmi puja ke mantra: लक्ष्मी पूजा हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। देवी लक्ष्मी को धन, संपत्ति, ऐश्वर्य और समृद्धि की देवी माना जाता है। विशेष रूप से दिवाली के अवसर पर लक्ष्मी पूजा का विशेष आयोजन किया जाता है। पूजा के दौरान सही मंत्रों का उच्चारण करना बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि … Read more

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शरद पूर्णिमा 2024: तारीख, महत्व और पूजन विधि

sharad purnima ke tarikh ko hai

शरद पूर्णिमा 2024 में 17 अक्टूबर को मनाई जाएगी। यह पर्व भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसे विशेष रूप से लक्ष्मी पूजा और चंद्र दर्शन के लिए मनाया जाता है। इस दिन खीर का सेवन और चंद्रमा की रोशनी में जागरण करने से विशेष लाभ मिलता है। शरद पूर्णिमा न केवल धार्मिक … Read more

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लक्ष्मी पूजा 2024 की तारीख : तारीख, शुभ मुहूर्त और विधि

कोजगोरी लक्ष्मी पूजा: धन, समृद्धि और परंपरा का महत्व | Kojagori Lakshmi Puja: Significance of wealth, prosperity and tradition

लक्ष्मी पूजा हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जिसे दीपावली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना के रूप में मनाया जाता है। देवी लक्ष्मी को धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी माना जाता है, और इस दिन उनकी पूजा करने से घर-परिवार में सुख, समृद्धि और वैभव का आगमन होता है। … Read more

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सिर मस्तक रखिया परब्रह्म (sir mastak rakhya parbrahm lyrics): अर्थ और महत्ता

sir mastak rakhya parbrahm

“सिर मस्तक रखिया परब्रह्म (sir mastak rakhya parbrahm)” एक प्रसिद्ध भजन है, जो गुरु ग्रंथ साहिब में संकलित है। यह भजन सिख धर्म के महान गुरु, गुरु अर्जुन देव जी द्वारा रचित है और इसे गुरु ग्रंथ साहिब के अंग 201 में पाया जाता है। इस भजन का विशेष महत्व है क्योंकि यह परमेश्वर की … Read more

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दशहरा 2024 की शुभकामनाएँ: दशहरा शुभकामना संदेश 2024

दशहरा 2024 की शुभकामनाएँ:

दशहरा, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और हर साल पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। 2024 में दशहरा का पर्व और भी विशेष होगा, क्योंकि लोग इसे पूरे हर्षोल्लास और … Read more

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Dashera | Vijayadashami 2024: रावण दहन का समय | बुराई पर अच्छाई की जीत का महापर्व

Mahanavami 2024

Dashera | Vijayadashami 2024: दशहरा, जिसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के प्रमुख पर्वों में से एक है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और यह भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। 2024 में दशहरा 13 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह दिन … Read more

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महानवमी 2024: नवमी के दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा विधि, रंग और शुभ मुहूर्त

Mahanavami 2024

  महानवमी 2024: माँ सिद्धिदात्री की कृपा से जीवन में सिद्धियां प्राप्त करें महा नवमी, जिसे महानवमी भी कहा जाता है, दुर्गा पूजा और नवरात्रि के नौवें दिन का विशेष पर्व है। इस दिन माँ दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप की पूजा की जाती है। 2024 में महानवमी 12 अक्टूबर को मनाई जाएगी, जो कि नवरात्रि … Read more

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dussehra 2024: दशहरा की तारीख, तिथि और समय क्या है 2024?

dussera 2024

dussehra 2024: विजय का पर्व भारत एक त्योहारों का देश है, और हर त्यौहार का अपना एक विशेष महत्व होता है। इन्हीं महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है दशहरा। दशहरा को विजयादशमी भी कहा जाता है, और यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध … Read more

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नवदुर्गा के नाम और उनकी फोटो: जानिए नवरात्रि के नौ रूपों के बारे में

महालय की कहानी - पितृपक्ष की शुरुआत और माँ दुर्गा का आवाहन

नवदुर्गा के नाम और फोटो: नवरात्रि, हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसमें मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है। यह पर्व पूरे भारत में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इन नौ दिनों में देवी दुर्गा के प्रत्येक रूप की पूजा की जाती है, जिसे “नवदुर्गा” कहा … Read more

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दुर्गा देवी के 108 नाम और उनके अर्थ | Durga devi ke 108 naam aur unke arth.

दुर्गा देवी के 108 नाम और उनके अर्थ

नमस्कार दोस्तो आज हम आपको माता दुर्गा देवी के 108 नाम और उनको अर्थ बताने वाले है | हिंदू धर्म में माँ दुर्गा को शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। माँ दुर्गा के विभिन्न रूप और नाम हैं जो उनके अलग-अलग गुणों और शक्तियों को दर्शाते हैं। दुर्गा जी के 108 नाम विशेष … Read more

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मां कुष्मांडा का मंत्र क्या है?

मां कुष्मांडा का मंत्र

मां कुष्मांडा, देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों में से एक हैं, जिन्हें नवरात्रि के चौथे दिन पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि मां कुष्मांडा ने ब्रह्मांड की रचना की थी। “कु” का अर्थ है छोटा, “उष्म” का अर्थ है ऊर्जा, और “अंड” का अर्थ है अंडा, जो ब्रह्मांड का प्रतीक है। इस प्रकार, … Read more

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महालय की कहानी – पितृपक्ष की शुरुआत और माँ दुर्गा का आवाहन

महालय की कहानी - पितृपक्ष की शुरुआत और माँ दुर्गा का आवाहन

महालय क्या है? महालय की कहानी: महालय हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है, जिसे पितृपक्ष की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। यह अश्विन महीने की अमावस्या को आता है, जो आमतौर पर सितंबर-अक्टूबर के बीच पड़ती है। इस दिन लोग अपने पूर्वजों को सम्मान देते हैं और उन्हें याद करते हुए तर्पण … Read more

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नवरात्रि के 9 रंग और उनका महत्व

दुर्गा चालीसा पाठ करने से क्या फायदा

नवरात्रि के 9 रंग और उनका महत्व : भारत में नवरात्रि एक महत्वपूर्ण पर्व है जो देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा और आराधना के लिए जाना जाता है। यह त्योहार नौ दिनों तक मनाया जाता है, और हर दिन का एक विशिष्ट रंग होता है जिसका एक खास महत्व होता है। नवरात्रि के … Read more

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आज की राशिफल: 27 सितंबर 2024

aaj ka Rashifal

आज की राशिफल: आज का दिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से सभी 12 राशियों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। ग्रहों की चाल और नक्षत्रों की स्थिति आपके जीवन में कई तरह के बदलाव ला सकते हैं। आइए जानते हैं आज 27 सितंबर 2024 को आपकी राशि के अनुसार कैसा रहेगा आपका दिन। मेष राशि (21 मार्च … Read more

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बृहस्पतिवार को कौन सा मंत्र बोलना चाहिए? बृहस्पति देव के मंत्र

guruwar ke mantra

बृहस्पतिवार, जिसे गुरुवार भी कहा जाता है, विशेष रूप से भगवान बृहस्पति और भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। यह दिन आध्यात्मिक और धार्मिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, खासकर उन लोगों के लिए जो अपने जीवन में धन, ज्ञान, और समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं। भगवान बृहस्पति, जिन्हें देवगुरु के … Read more

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महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र: शक्ति, भक्ति और विजय का स्तोत्र [Lyrics in Hindi]

दुर्गा चालीसा पाठ करने से क्या फायदा

  महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र देवी दुर्गा की आराधना का एक अद्वितीय स्तोत्र है, जिसे सुनने और गाने से मन में अपार शक्ति और भक्ति का संचार होता है। यह स्तोत्र विशेष रूप से महिषासुर जैसे दुष्टों के संहार और देवी के अद्वितीय साहस की महिमा का गुणगान करता है। आइए जानते हैं इस स्तोत्र के महत्व … Read more

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जितिया व्रत कथा: व्रत का महत्व, पौराणिक कथा और पूजन विधि

jitiya vrat katha

जितिया व्रत हिन्दू धर्म का एक प्रमुख और महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे मुख्य रूप से उत्तर भारत के महिलाएँ करती हैं। यह व्रत मुख्यतः संतान की लंबी आयु और उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखा जाता है। यह व्रत विशेषकर आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है और इसे जीवित्पुत्रिका … Read more

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महालक्ष्मी व्रत कथा PDF

महालक्ष्मी व्रत समापन की पूजा विधि

महालक्ष्मी व्रत कथा PDF: प्राचीन समय की बात है, एक छोटे से गांव में एक गरीब ब्राह्मण और उसकी पत्नी रहते थे। वे लोग बेहद गरीब थे, लेकिन धर्म और आस्था में उनकी गहरी आस्था थी। दोनों ही माँ लक्ष्मी के परम भक्त थे और हर रोज़ उनकी पूजा किया करते थे। परंतु, उनके घर … Read more

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महालक्ष्मी व्रत समापन का महत्व

महालक्ष्मी व्रत समापन की पूजा विधि

महालक्ष्मी व्रत समापन हिंदू धर्म में विशेष रूप से श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाने वाला पर्व है, जो देवी लक्ष्मी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह व्रत मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा संपन्न किया जाता है, जो देवी लक्ष्मी की पूजा करके घर में सुख, समृद्धि और … Read more

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दुर्गा चालीसा पाठ करने से क्या फायदा होता है?

दुर्गा चालीसा पाठ करने से क्या फायदा

दुर्गा चालीसा देवी दुर्गा की स्तुति में रची गई एक भक्ति कविता है, जिसे गहरे श्रद्धाभाव से पढ़ा जाता है। माँ दुर्गा, हिंदू धर्म में शक्ति और साहस की देवी मानी जाती हैं। उनके अनगिनत भक्त उन्हें समर्पित होकर पूजा करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए विभिन्न स्तोत्रों और मंत्रों का जाप … Read more

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माँ दुर्गा स्तुति इन हिंदी |”माँ दुर्गा स्तुति: महत्त्व, विधि और लाभ”

माँ दुर्गा स्तुति इन हिंदी

माँ दुर्गा को हिंदू धर्म में शक्ति, साहस और समृद्धि की देवी माना जाता है। वे संसार की रक्षा करने वाली और दुष्ट शक्तियों का नाश करने वाली देवी हैं। माँ दुर्गा की स्तुति (प्रार्थना) का विशेष महत्व है, क्योंकि इसे जपने से भक्त को देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख-शांति … Read more

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माता दुर्गा को खुश करने का वास्तविक मंत्र क्या है? मंत्र और उनकी महत्ता

माता दुर्गा को खुश करने का वास्तविक मंत्र

माता दुर्गा को हिंदू धर्म में शक्ति, साहस, और नारी शक्ति की प्रतीक माना जाता है। वे न केवल संसार की नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करती हैं, बल्कि भक्तों को साहस और सुरक्षा का आशीर्वाद भी प्रदान करती हैं। नवरात्रि और दुर्गा पूजा जैसे पर्वों पर देवी की विशेष रूप से पूजा की जाती है। … Read more

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ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः मंत्र साधना विधि: संपूर्ण मार्गदर्शन

ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नम

हिंदू धर्म में देवी दुर्गा को शक्ति, साहस, और विजय की देवी माना जाता है। उनकी उपासना से भक्तों को अद्वितीय शक्ति, सुरक्षा और आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। देवी दुर्गा की आराधना में “ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः” मंत्र का विशेष महत्त्व है। यह मंत्र साधक को जीवन की विपत्तियों, कठिनाइयों, और बाधाओं से … Read more

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शिव पुराण बिंदेश्वर संहिता पेज नंबर 18: एक विस्तृत विवेचना

रुद्र संहिता शिवपुराण अध्याय 11

  शिव पुराण हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख और पूजनीय ग्रंथों में से एक है। इसमें भगवान शिव की महिमा, उनकी कथाएं, लीला, और साधना के विभिन्न मार्गों का वर्णन किया गया है। शिव पुराण में कुल 24,000 श्लोक हैं और इसे सात खंडों में विभाजित किया गया है, जिसमें से एक प्रमुख खंड बिंदेश्वर … Read more

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दुर्गा पूजा के मंत्र: शक्ति और साधना का महासंयोग

मां दुर्गा का महत्व

  दुर्गा पूजा हिंदू धर्म के सबसे पवित्र और प्रमुख पर्वों में से एक है। यह पर्व शक्ति की देवी माँ दुर्गा की उपासना के लिए समर्पित है, जो असुरों और बुराइयों को समाप्त करने वाली मानी जाती हैं। माँ दुर्गा के कई रूप हैं, जिनमें महाकाली, महालक्ष्मी, और महासरस्वती प्रमुख हैं। दुर्गा पूजा के … Read more

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श्राद्ध कर्म विधि और मंत्र PDF: सम्पूर्ण जानकारी और महत्व

श्राद्ध कर्म विधि और मंत्र PDF

हिंदू धर्म में श्राद्ध कर्म का अत्यधिक महत्त्व है। इसे एक पवित्र और आवश्यक धार्मिक अनुष्ठान माना जाता है, जो हमारे पूर्वजों (पितरों) की आत्मा की शांति और मुक्ति के लिए किया जाता है। श्राद्ध कर्म के दौरान विशिष्ट मंत्रों और विधियों का पालन किया जाता है, ताकि हमारे पूर्वजों को संतुष्ट किया जा सके … Read more

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पितृ पक्ष श्राद्ध 2024 (pitru paksha shradh): महत्त्व, विधि और मान्यताएँ

पितृ पक्ष श्राद्ध 2024

पितृ पक्ष, जिसे श्राद्ध पक्ष के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में पूर्वजों को समर्पित एक महत्वपूर्ण समय होता है। यह 16 दिवसीय अवधि होती है, जिसमें लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्राद्ध करते हैं। पितृ पक्ष के दौरान श्रद्धालु अपने दिवंगत पूर्वजों के … Read more

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कुल्लू दशहरा 2024: जब प्रदेश और विदेश की सांस्कृतिक विरासत एक मंच पर आएगी

kullu dussera

कुल्लू दशहरा हिमाचल प्रदेश का एक प्रमुख और अत्यधिक प्रसिद्ध त्योहार है, जिसे न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। हर वर्ष, कुल्लू दशहरा अपने सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के कारण हजारों पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस बार, कुल्लू दशहरा में कुछ विशेष और … Read more

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Hanuman Chalisha PDF: हिंदी में हनुमान चालीसा डाउनलोड करने का महत्व और लाभ

Hanuman chalisha

हनुमान चालीसा पीडीएफ: हिंदी में डाउनलोड करने का महत्व और लाभ हनुमान चालीसा हिंदू धर्म में अत्यधिक पूजनीय और लोकप्रिय स्तोत्रों में से एक है। इसे गोस्वामी तुलसीदास जी ने 16वीं शताब्दी में रचा था। हनुमान चालीसा भगवान हनुमान जी की महिमा का गुणगान करने वाला एक अद्वितीय ग्रंथ है, जिसमें कुल 40 दोहे (चालीसा) … Read more

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दुर्गा जी के 108 नामों का महत्व | durga ji ke 108 naam

मां दुर्गा का महत्व

दुर्गा जी के 108 नामों का महत्व हिंदू धर्म में माँ दुर्गा को शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। माँ दुर्गा के विभिन्न रूप और नाम हैं जो उनके अलग-अलग गुणों और शक्तियों को दर्शाते हैं। दुर्गा जी के 108 नाम विशेष रूप से पूजन और आराधना में महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इन … Read more

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विद्येश्वर संहिता शिवपुराण भाग 3 | vidhyeshwar sanhita part 3 hindi.

विद्येश्वर संहिता , शिवपुराण हिंदी | Vidhyeshwar Sanhita in hindi.

नमस्कार दोस्तो आज हम आपको विद्येश्वर संहिता के अगले अध्याय की जानकारी आपको देने वाले है | कल हमने आपको विद्येश्वर संहिता के आठवा अध्याय तक की जानकारी आपको प्रधान करी है | आज हम आपको इसके आगे के अध्याय की जानकारी देंगे | नवाँ अध्याय –    “लिंग पूजन का महत्व” ब्रह्मा और विष्णु … Read more

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रुद्र संहिता पार्वती खण्ड शिवपुराण अध्या अध्याय 4 से 6 | rudra sanhita parvati khand adhyay 4 to 6 in hindi.

विद्येश्वर संहिता , शिवपुराण हिंदी | Vidhyeshwar Sanhita in hindi.

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको शिवपुराण के रुद्र संहिता का पार्वती खण्ड की जानकारी देने वाले है | शिवपुराण के बारेमे सभी जानकारी हमने हमारे वेबसाइट पर डाली हुई है आप जरूर पढ़िये |   अध्याय 4 –    उमादेवीका दिव्यरूपसे देवताओंको दर्शन देना, देवताओंका उनसे अपना अभिप्राय निवेदन करना और देवीका अवतार लेनेकी बात … Read more

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रुद्र संहिता पार्वती खण्ड शिवपुराण अध्याय 1 और 2 | rudra sanhita parvsti khand adhyay 1 and 2 in hindi.

Rudra sanhita

  नमस्कार दोस्तों आज हम आपको शिवपुराण के रुद्र संहिता का पार्वती खण्ड की जानकारी देने वाले है | शिवपुराण के बारेमे सभी जानकारी हमने हमारे वेबसाइट पर डाली हुई है आप जरूर पढ़िये | अध्याय 1 – रुद्रसंहिता, तृतीय ( पार्वती ) खण्ड हिमालयके स्थावर-जंगम द्विविध स्वरूप एवं दिव्यत्व को वर्णन, मेनाके साथ उनका … Read more

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रुद्र संहिता सती खण्ड शिवपुराण अध्याय 15 और 16 | rudra sanhita sati khand adhyay 15 and 16 in hindi.

Rudra sanhita

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको शिवपुराण के रुद्र संहिता का सती खण्ड की जानकारी देने वाले है | शिवपुराण के बारेमे सभी जानकारी हमने हमारे वेबसाइट पर डाली हुई है आप जरूर पढ़िये | अध्याय 15 –  सृष्टि का वर्णन तदनन्तर नारद जी के पूछने पर ब्रह्मा जी बोले- मुने! हमें पूर्वोक्त आदेश देकर जब … Read more

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रुद्र संहिता सती खण्ड अध्याय 13 और 14 | rudra sanhita sari khand adhyay 13 and 14 in hindi

रुद्र संहिता शिवपुराण अध्याय 11

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको शिवपुराण के रुद्र संहिता का सती खण्ड की जानकारी देने वाले है | शिवपुराण के बारेमे सभी जानकारी हमने हमारे वेबसाइट पर डाली हुई है आप जरूर पढ़िये | अध्याय 13 –  शिव पूजन की सर्वोत्तम विधि का वर्णन   ब्रह्मा जी कहते हैं – अब मैं पूजा की सर्वोत्तम … Read more

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रुद्र संहिता सती खण्ड शिवपुराण अध्याय 8 से 12 | Rudra sanhita sati khand adhyay 8 to 12 in Hindi.

विद्येश्वर संहिता , शिवपुराण हिंदी | Vidhyeshwar Sanhita in hindi.

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको शिवपुराण के रुद्र संहिता का सती खण्ड की जानकारी देने वाले है | शिवपुराण के बारेमे सभी जानकारी हमने हमारे वेबसाइट पर डाली हुई है आप जरूर पढ़िये | अध्याय 8 –    मुने! मेधातिथि की पुत्री महा साध्वी पतिव्रताओं में श्रेष्ठ थी। वह महर्षि वशिष्ठ को पति रूप में … Read more

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रुद्र संहिता सती खण्ड अध्याय 5 से 7 | rudra sanhita sari khand adhyay 5 to 7 in hindi.

रुद्र संहिता शिवपुराण अध्याय 11

नमस्कार दोस्तो आज हम आपको शिवपुराण रुद्र संहिता के सती खण्ड के बारेमे बताने वाले है | दोस्तों रुद्र संहिता मे दूसरा खंड है सती खण्ड और सती खण्ड के अध्याय 5 से लेकर अध्याय 7 तक की जानकारी हम आपको बताने वाले है |   अध्याय 5 –  महात्मा वशिष्ठ की यह बात सुनकर … Read more

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रुद्र संहिता शिवपुराण अध्याय 18 से 20 | rudra sanhita adhyay 18 to 20 in hindi.

रुद्र संहिता शिवपुराण अध्याय 11

  rudra sanhita: नमस्कार दोस्तों आज हम आपको  शिवपुराण रुद्र संहिता के अध्याय 18 से लेकर अध्याय 20 तक की जानकारी देने वाले है | शिवपुराण के इस अध्याय को पूरा जरुर पढ़ीये | अध्याय 18 –  नारद! पहले के पद्म काल की बात है –  मुझ ब्रह्मा के मानस पुत्र पुलस्त्य से विश्रवा का … Read more

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रुद्र संहिता शिवपुराण अध्याय 16 और 17 | rudra samhita adhyay 16 to 17 in hindi.

रुद्र संहिता शिवपुराण अध्याय 11

  नमस्कार दोस्तों आज हम आपको शिवपुराण का रुद्र संहिता अध्याय 16 और 17 की जानकारी देने वाले है | बाकी के अध्याय की जानकारी भी हमने वेबसाइट पर डाली है | अध्याय 16 –  स्वयंभू मनु और शतरूपा की, ऋषियों की तथा दक्ष की संतानों का वर्णन तथा सती और शिव की महता का … Read more

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रुद्र संहिता शिवपुराण अध्याय 14 और 15 | rudra sanhita adhyay 14 and 15 in hindi.

रुद्र संहिता शिवपुराण अध्याय 11

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको रुद्र संहिता शिवपुराण का अध्याय 14 और 15 की जानकारी देने वाले है | अध्याय 14 –    विभिन्न पुष्पों और जल आदि की धाराओं से शिवजी की पूजा का महत्व ब्रह्मा जी बोले – नारद जो लक्ष्मी प्राप्ति की इच्छा करता हो वह कमल, बिल्वपत्र, सतपत्र और शंख पुष्प … Read more

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